झारखंड:- लोक सेवा आयोग के 2008 में व्याख्याता नियुक्ति घोटाले में फंसे 59 व्याख्याताओं में से 58 की गिरफ्तारी पर अगले 25 दिनों तक रोक रहेगी। कोरोना संक्रमण के कारण देश में 21 दिनों का लॉक डाउन है, जिसका लाभ आरोपियों को मिला है। सीबीआई लगभग सभी आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट प्राप्त कर चुकी है। इनमें से एक आरोपी भीम राम को सीबीआई गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, उसकी गिरफ्तारी के दूसरे दिन ही कोरोना संक्रमण के कारण अदालतों में कामकाज आंशिक हो गया था। वारंट के बाद ही आरोपियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी, जिसमें वर्तमान में कुछ दिनों के लिए राहत है।
रांची समेत कई राज्यों के विभिन्न कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत 59 व्याख्याताओं के खिलाफ सीबीआई ने जांच पूरी करते हुए 30 सितंबर 2019 को चार्टशीट दाखिल की थी। इसके बाद से ही आरोपियों ने राहत के लिए कोर्ट का चक्कर लगाना प्रारम्भ कर दिया था। सीबीआई ने गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया है। गलत तरीके से बने व्याख्याताओं ने लगभग 10 साल तक वेतन भी प्राप्त किया है।