जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों के लिए 83 नोडल अधिकारी बना लिए गए हैं। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने आज समय सीमा की बैठक में धान खरीदी करते हुए नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने से
पहले जरूरी व्यवस्था का सत्यापन कर लें। जिसमें उपार्जन केन्द्रों के लिए स्थल चयन, साफ-सफाई, फेसिंग, विद्युत व्यवस्था, चालू हालत में कम्प्यूटर, प्रिंटर, यू.पी.एस., जनरेटर,
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बारदानों की उपलब्धता, चबूतरों की व्यवस्था, कैप कवर, डनेज की व्यवस्था इत्यादि का सत्यापन सम्मिलित है। साथ ही राजस्व, खाद्य एवं सम्बन्धित विभाग को निर्देशित किया कि खरीफ सीजन
में धान खरीदी के लिए यदि किसी किसान का पंजीयन इत्यादि सम्बन्धी आवेदन मिले, तो उसे सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निराकृत करें। सभी धान खरीदी केन्द्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए
आवश्यक व्यवस्था करने पर बल दिया। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुबह 11 बजे से आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने समय सीमा के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनके गुणवत्तायुक्त निराकरण
पर जोर दिया। साथ ही सख्त निर्देश दिए हैं कि अगली समय सीमा की बैठक से पहले अधिक से अधिक मामलों का निपटारा करें, अन्यथा संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री
जनचौपाल, प्रभारी मंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्र, कलेक्टर जनचौपाल के प्रकरणों का गुणवत्तापूर्वक निराकृत करने पर भी जोर दिया। बैठक के दौरान कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए गौठान से गोबर खरीदी की जानकारी ब्लॉकवार ली। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों द्वारा बताया गया कि धमतरी में 39, नगरी में 32, मगरलोड में 30 और कुरूद में 48 गौठानों में गोबर खरीदी की जा रही है। इस मौके पर कलेक्टर ने वर्मी उत्पादन और सैंपल टेस्टिंग के मामले पर कृषि अमले को चौकस रहकर उसकी गुणवत्ता पर ध्यान देने कहा है। उन्होंने सी.सी.बी. के नोडल अधिकारी को निर्देशित किया कि वर्मी खाद की बिक्री की ऑनलाइन एंट्री सुनिश्चित की जाए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नम्रता गांधी, जिला स्तरीय अन्य अधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ब्लॉक स्तर के अधिकारी मौजूद रहे।