(महासमुंद):-शिक्षकों द्वारा घर-घर जाकर बच्चों को दिया जा रहा प्रोजेक्ट वर्क महासमुंद कोरोना महामारी के कारण विगत 2 वर्षों से स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति बनी हुई है ऐसे में शिक्षकों द्वारा तरह-तरह के नवाचारों का उपयोग करते हुए बच्चों को सुरक्षित अपने घरों में रहते हुए नियमित पढ़ाई से जोड़े रखने का प्रयास किया जा रहा हैं।
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इसके अंतर्गत स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नई पहल के साथ ग्रीष्म अवकाश में भी बच्चों को
सक्रिय रखने और अपने परिवेश से जोड़े रखने के उद्देश्य से आमाराइट प्रायोजना के नाम से
प्रोजेक्ट कार्य देने हुए बच्चों में शिक्षा के प्रति जुड़ाव बनाए रखने का सराहनीय प्रयास किया जा
रहा है। आमाराइट के अंतर्गत बच्चे अपने पालको शिक्षकों से सहयोग
लेते हुए समान जानकारी प्राप्त कर प्रोजेक्ट फाइल तैयार कर रहे है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 1 जून से 30 जून
2021 तक के लिये आमाराइट प्रयोजना कार्य चलाकर गर्मी की छुट्टियों में भी बच्चों को शिक्षा से
जोडे़ रखने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। बच्चों द्वारा प्रयोजना कार्य पूर्ण कर शिक्षकों के
पास जमा करेंगे, उसी के आधार पर बच्चों का मूल्यांकन होगा। शाला के बच्चों के घर-घर जाकर
आमाराइट प्रयोजना के प्रश्नों का प्रिंट आउट निकालकर बच्चों को प्रोजेक्ट लिखने के लिए पेपर
का वितरण किया जा रहा है। बच्चों को सुरक्षित और नियमित पढ़ाई से जोड़े रखने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। शिक्षको द्वारा सराहनीय कार्य करते हुये शिक्षा को सुगम बनाने का प्रयास सदा ही अनुकरणीय रहा है। उल्लेखनीय है कि इन शिक्षकों द्वारा बच्चों के घर घर जा कर बच्चों को प्रायोजना कार्य देने के साथ साथ प्रोजेक्ट पूर्ण करने मे मदद भी किया जा रहा है।