उज्जैन. जिले की नागदा तहसील मे एनआरसी, एनपीआर और सीएए के विरोध मे मुस्लिम समाज ने अनिश्चित कालीन धरने की 31जनवरी की दोपहर 2 बजे के लगभग घोषणा कर दी थी। सर्व मुस्लिम समाज की अगवानी में अनिश्चित काल के लिये इमामबाड़ा नागदा मे धरना प्रदर्शन किया जा रहा था।
जो 01 फरवरी की शाम शांती और सोहाद्र के साथ आपसी सामंजस्य से अनुविभागी अधिकारी श्री आर पी वर्मा को ज्ञापान के माध्यम से वाचन कर सौपा गया और धरना, विरोध प्रदर्संन समाप्त कर दिया गया। धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया था । आयोजकों ने भी धरने में शामिल होने वाले लोगों से आह्वान किया था कि किसी भी तरह की गलत नारेबाजी न करें।
ज्ञापान के माध्यम से केंद्र सरकार से आग्रह किया गया की सीएए कानून प्रावधानित किया है , वह पूरी तरह से असवैधानिक हो करके धर्म आधारित कानून है , जिसके लागू होने से क्षेत्र में अलगाव एवं सांप्रदायिक माहौल उत्पन्न हो रहा है । इस कानून में श्रीलंका तथा बंगलादेशी नागरिकों को शामिल ना करते हुए केवल मुसलमानों को इस नागरिकता देने के कानुन से बाहर रखकर बाबा साहब भीमराव अबेडकर द्वारा बनाये गये सविधान का अपमान किया है ।
वही यह भी कहा गया की।केन्द्र सरकार को हमारी भावनाओं से अवगत कराते हुए सीएए को वापस लेने की तथा एनआरसी एव एनपीए के विरोध को भी सरकार को अवगत कराये। ज्ञापन भीम आर्मी एवं मुस्लिग समाज द्वारा अनुविभागीय अधिकारी श्री आर पी वर्मा साहब को दिया गया साथ मे सीएसपी मनोज रत्नाकर,थाना प्रभारी श्याम् चंद्र शर्मा एव अन्य पुलिस बल मौजुद रहा।