(The 2025 Nobel mns24.com दुनिया) :- साल 2025 का नोबेल पुरस्कार चिकित्सा (मेडिसिन) के क्षेत्र में अमेरिका की मैरी ई. ब्रंकॉ, फ्रेड राम्सडेल और जापान के शिमोन साकागुची को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया है। इन वैज्ञानिकों को यह सम्मान शरीर की रक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को बेहतर समझने और पेरीफेरल इम्यून टॉलरेंस (Peripheral Immune Tolerance) पर उनके महत्वपूर्ण शोध कार्य के लिए दिया गया है।
इम्यून सिस्टम हमारे शरीर की वह जटिल प्रणाली है, जो रोज़ाना हजारों-लाखों हानिकारक सूक्ष्मजीवों,वायरस और बैक्टीरिया से हमारी रक्षा करती है। हालांकि,कई बार यह पहचानना कठिन हो जाता है कि कौन-सी कोशिकाएँ शरीर की अपनी हैं और कौन-सी बाहरी आक्रमणकारी। कई सूक्ष्मजीव ऐसे होते हैं जिन्होंने खुद को मानव कोशिकाओं जैसा दिखाने की क्षमता विकसित कर ली है।
ऐसे में, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भ्रम होता है और कभी-कभी
यह अपनी ही कोशिकाओं पर हमला करने लगती है, जिससे ऑटोइम्यून मारियाँ उत्पन्न होती हैं।
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मैरी ई. ब्रंकॉ, फ्रेड राम्सडेल और शिमोन साकागुची के शोध ने
इस समस्या के समाधान की दिशा में नई समझ प्रदान की है।
उनके अध्ययन से यह स्पष्ट हुआ कि शरीर में कुछ विशेष प्रतिरक्षा कोशिकाएँ (Regulatory T-Cells) होती हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को संतुलित रखती हैं और अनावश्यक हमलों को रोकती हैं। इस खोज से कैंसर, मधुमेह, मल्टीपल स्क्लेरोसिस और अन्य ऑटोइम्यून रोगों के उपचार की नई संभावनाएँ खुली हैं। नोबेल समिति ने कहा कि इन तीनों वैज्ञानिकों के कार्य ने मानव प्रतिरक्षा प्रणाली की समझ को एक नई ऊँचाई दी है और चिकित्सा विज्ञान में भविष्य के उपचारों के लिए मजबूत नींव रखी है।
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