14 नवम्बर 2020
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को 15 नवम्बर को गोवर्धन पूजा और गौठान दिवस के अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं और प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है
कि गोवर्धन पूजा लोकजीवन से जुड़ा त्यौहार है। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है, इसे अन्नकूट के रूप में में जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में इस दिन गायों की
यह भी पढे =माता कौशल्या मंदिर प्रांगण में दीपावली
पूजा करने की परम्परा रही है। गायों को सजा-धजा कर उनकी पूजा कर खिचड़ी खिलाई जाती है और गोधन के रूप में अमूल्य चीजों के लिए श्रद्धा और आभार प्रकट किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार ने गोधन को सहेजने और उसका लाभ लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है। सुराजी गांव योजना के तहत प्रदेश में गौठान बनाये जा रहे हैं,
ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के साथ ही फसलों की रक्षा हो सके। पशुपालन को अर्थव्यवस्था से जोड़ने, लोगों को रोजगार दिलाने और जैविक खेती को बढ़वा देने के प्रयास किये जा रहे हैं। गौ पालकों से गोबर खरीद कर वर्मी कम्पोस्ट और दूसरे उपयोगी सामान बनाने की पहल की गई है। इसका फायदा छत्तीसगढ़ के निवासियों को मिलने लगा है। श्री बघेल ने कहा कि गोवर्धन पूजा में खिचड़ी खिलाने की तरह ही हम सभी को साल के 365 दिन गायों के लिये छाया, चारा और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।
{मुख्यमंत्री ने बिरसामुण्डा की जयंती पर उन्हें नमन किया}
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महान आदिवासी नेता और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि
बिरसा मुण्डा जननायक थे। उन्होंने तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य की नीतियों का विरोध किया और आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए जीवन भर काम किया।
यह भी पढे =मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया नए तहसीलों का
उन्होंने आदिवासी समुदाय को जल, जंगल और जमीन के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरणा दी। उनके क्रांतिकारी विचार और देश प्रेम की भावना आज भी लोगों को प्रेरित करती है।