(महासमुंद) :- छग की शराब नीति से भाजपा का असली चेहरा आया सामने विनोद चंद्राकर पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल के दाैरान प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर हल्ला मचाने वाले भाजपाई आज माैन साधे बैठे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार आते ही भाजपा के तमाम छोटे-बड़े नेता खामोश हैं। छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए शराब से 11 हजार करोड़ रुपए का राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा है। अहाता के लिए जो दरें तय की गई थीं, उनसे पांच गुना अधिक राशि पर टेंडर निकाला गया है।
चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस शासन काल में सभी भाजपाई प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे थे
डबल इंजन सरकार प्रदेशवासियों के लिए बन रहा ट्रबल इंजन : विनोद चंद्राकर
अब जब प्रदेश में उनकी (भाजपा) सरकार है। तब उन्हें किस बात का इंतजार है। केंद्र व प्रदेश में डबल
इंजन के सरकार वालों को तत्काल प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करनी चाहिए। लेकिन, शराब में कमाई का
लक्ष्य बढ़ाकर तथा दुकानों में शराब की वेरायटी बढ़ाकर प्रदेश में पहले से और अधिक शराब बिक्री का
लक्ष्य भाजपा ने रखा है। प्रदेश की जनता के सामने भाजपा का असली चेहरा उजागर हो गया है।
जुमलेबाज सरकार प्रदेश के आधी आबादी को शराब परोसने की तैयारी कर रहा है।
चंद्राकर ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने ही पूर्व मंत्री, विधायकों की बात को अनसुना कर रहे हैं। विगत 29 जनवरी 2024 को रायपुर के इनडोर स्टेडियम में आयोजित कंवर महोत्सव में भाजपा के पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने सभा को संबोधित करते हुए सीएम साय के समक्ष कहा था कि महिलाएं उनसे शराबबंदी की मांग को लेकर मिलने पहुंचती हैं, तो उनका सर शर्म से झूक जाता है। पूर्व गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से प्रदेश में तत्काल पूर्ण शराबबंदी को लेकर कदम उठाने की मांग की थी। लेकिन, सीएम विष्णुदेव साय ने उनकी बातों को अनसूना कर दिया, तथा अपने भाषण में शराबबंदी का जिक्र तक नहीं किया था। तभी इनकी नीति व नीयत का पता चला कि 5 साल शराबबंदी की मांग को लेकर काैव्वे की तरह कांव-कांव करने वाले भाजपाई अपनी सरकार आते इस मुद्दे पर माैन है।