(दुर्ग):- दिव्यांग परिवार को एक लाख राशि प्रदान लोक कल्याणकारी राज्य हर अवसर पर उन लोगों के साथ खड़ा होता हैजो एक हाथ बढ़ाने पर आसमान छूने की क्षमता रखते हैं। दिव्यांगजनों के लिए ऐसी ही अनेक योजनाओं में एक आकर्षक योजना
1 से 12वीं की कक्षायें 2 अगस्त से प्रारंभ
इसमें दिव्यांग दंपत्ति में एक के दिव्यांग होने पर पचास हजार रुपए की
प्रोत्साहन राशि और दोनों के दिव्यांग होने पर एक लाख रुपए की
प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। ई-रिक्शा खरीदने की इच्छा थी लेकिन आर्थिक संसाधन पर्याप्त नहीं थे,
दुर्ग जिले में इस योजना से अनेक हितग्राहियों ने अपनी जिंदगी निर्णायक
दिशा में बदल दी है। इन्हीं में से एक कहानी है हेमंत कुमार साहू की।
वे कमर के नीचे पूर्णतः दिव्यांग हैं ऐसे में चलना-फिरना उनके लिए काफी दुष्कर है
हेमंत को हर महीने पेंशन मिलती है लेकिन आगे बढ़ने का लक्ष्य लिये हेमंत यहीं पर
नहीं रूके। उन्होंने अपने दोस्त की ई-रिक्शा चलाई
जब हेमंत का ब्याह हुआ तब अधिकारियों ने उसे दिव्यांग विवाह
(प्रोत्साहन योजना की जानकारी दी।)
उन्होंने इसके लिए आवेदन किया और उन्हें विभाग द्वारा पचास हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।इसमें कुछ राशि मिलाकर उन्होंने अपना ई-रिक्शा खरीदा। हेमंत ने बताया कि वे जब ई-रिक्शा किराये पर लेते थे तो आय का काफी बड़ा हिस्सा ई-रिक्शा मालिक को देना पड़ता था।
ई-रिक्शा खरीदने की इच्छा थी लेकिन आर्थिक संसाधन पर्याप्त नहीं थे,इन्हें जोड़ने
में काफी समय लग जाता।विवाह मेरे लिए बहुत शुभ साबित हुआ
मुझे नहीं मालूम था कि विवाह जैसे व्यक्तिगत आयोजन के लिए भी दिव्यांगजनों की चिंताओं के प्रति सरकार सरोकार रखती है जब इसके बारे में पता चला तो समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर इसका आवेदन भर दियाकई मामलों में लोगों ने इससे अपने व्यवसाय आरंभ किये और कुछ मामलों में व्यवसाय को बढ़ाने के लिए योजना की मदद ली।