(मुंगेली):- जिलो में दिनों-दिन बढ़ती जा रही है मांग भूमि की उर्वरा शक्ति बनाये रखने, मानव स्वास्थ्य के अनुकुल तथा फसल उत्पादन की लागत में कमी तथा आय में वृद्धि को देखते हुए जैविक खाद के रूप में जिले में वर्मी कम्पोस्ट की मांग दिनों-दिन बढती जा रही है।
यह भी पढ़ें:- स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया नोटिस
किसानों द्वारा भी अब वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने लगे। कृषि विभाग
के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि गौठानों में गौ पालकों से गोबर
की खरीदी की जा रही है। महिला स्व सहायता समूहो द्वारा खरीदे गए
गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। जिले में अब तक
कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है। निर्मित वर्मी कम्पोस्ट को विक्रय के
लिए 20-20 किलो की पैकेट तैयार किये गये है। वर्मी कम्पोस्ट को मात्र
से किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से बेचा जा रहा है। अब
तक 9 हजार 737 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट और 1 हजार 104 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट का विक्रय किसानों एवं विभिन्न शासकीय विभागांे में किया गया है। कलेक्टर अजीत वसंत ने भूमि की उर्वरा शक्ति बनाये रखने एवं मानव स्वास्थ्य के अनुकुल होने के फलस्वरूप खेतों मंे जैविक खाद के रूप में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने का आग्रह किया है।
(भू-अर्जन प्रकरणों की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक 17 जुलाई को)
जिले में विभिन्न योजानाओं के तहत की गई भू-अर्जन और मुआवजा भुगतान के प्रकरणों की प्रगति के संबंध में 17 जुलाई को प्रातः 11 बजे से जिला कलेक्ट्रोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष बैठक आहूत की गई है। कलेक्टर अजीत वसंत ने जिले के सभी अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं भू- अर्जन अधिकारी, लोक निर्माण, जल संसाधन, राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यपालन अभियंता और छत्तीसगढ सड़क परियोजना ए.डी.बी. प्रोजेक्ट के परियोजना प्रबंधंक को निर्धारित तिथि और स्थान पर उपस्थित होने के निर्देंश दिये है।