जिले में सामत झोला छाप डाॅक्टरों की

(धमतरी):- जिले में झोला छाप डाॅक्टरों खैर नहीं झोला छाप डाॅक्टरों (क्वैक) पर कड़ी निगाह रखने जिला दण्डाधिकारी मौर्य ने अधिकारियों को दिए निर्देश बिना डाॅक्टरी पर्ची के दवाई विक्रय नहीं करेंगे दवा दुकान संचालक धमतरी जिले के कुछ क्षेत्रों में बिना योग्यता के झोला छाप डाॅक्टरों द्वारा कोरोना संक्रमण संबंधी दवाइयां लेने की सलाह लोगों को दी जा रही है, जो कि पूरी तरह अवैधानिक है।

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इसके मद्देनजर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी जय प्रकाश मौर्य ने

जिले में संचालित सभी क्वैक/झोलाछाप डाॅक्टरों पर कड़ी निगाह रखने

का जिम्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आयुक्त नगरपालिक

निगम धमतरी, सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत

,अनुविभागीय दण्डाधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी और सहायक

नियंत्रक खाद्य और औषधि नियंत्रण को सौंपा। उन्होंने स्वास्थ्य, राजस्व एवं पुलिस विभाग के

संयुक्त दल को ऐसे झोलाछाप डाॅक्टरों के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिला

दण्डाधिकारी ने दवा दुकान संचालकों को भी कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि बिना डाॅक्टरी पर्ची

के किसी भी व्यक्ति को दवा का विक्रय नहीं किया जाए। कई पहलुओं को को देखा जाए तो

झोलाछाप डॉक्टर बहुत बार वरदान साबित भी हैं अभी के नाजुक माहौल में इन डॉक्टरों के प्रिकॉशंस

से मरीजों को नुकसान पहुंच सकता है। के मद्देनजर शासन ने यहां कठोर कदम उठाया आम

जनता के हित में देखा जाए तो इन से भी ज्यादा खतरनाक वह मेडिकल स्टोर वाले होते जो अपने

ही स्वयं की विवेक से मरीजों को दवाइयां दे देते कई बार हद हो जाता है।ट्रायल की दवा मरीजों को दे दी जाती है। परिणाम की चिंता मेडिकल वाले को कहां। शासन को तो डॉक्टरों के साथ ऐसे मेडिकल स्टार्स जो बिना डॉक्टर की पर्ची देखें दवा देते और अपने विवेक से दवा देते हैं उस मेडिकल को तुरंत सील किया जाए।

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