मेडिकल काॅलेज के लिये भूमि आबंटित

संचालक चिकित्सा शिक्षा ने मेडिकल काॅलेज की भूमि-स्थल का अवलोकन किया

चिकित्सा सेवाओं में इजाफे के साथ-साथ उम्दा व प्रशिक्षित चिकित्सक देकर आमजन को जिले में ही प्रादेशिक स्तर का उपचार उपलब्ध कराने वाले मेडिकल काॅलेज के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट में शुक्रवार को पुनः निरीक्षण रूपी कार्य दिखने को मिला। जिला स्वास्थ्य से मिली जानकारी के मुताबिक आज  संचालक, चिकित्सा शिक्षा (डी.एम.ई.) डाॅ. आर. के. महासमुंद पहुँचे

उनके साथ डाॅ. निर्मल वर्मा साथ थे । डाॅ. सिंह ने सुबह की पाली में ग्राम खरोरा, स्थित मेडिकल काॅलेज के लिए आबंटित भूमि-स्थल का खसरा नंबर से

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लेकर प्रवेश एवं निकासी तक के लिए बनाए गए योजना प्रारूप का मौका मुआयना किया। तत्पश्चात् उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय पहुँचे ।

वहाँ उन्होंने सी.एम.एच.ओ. डाॅ. एन. के. मंडपे से प्रदाय की जाने वाली चिकित्सा सेवाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। बैठक में ए.डी.एम. जोगेन्दर

नायक एवं डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल ने उन्हें भूमि आबंटन की वर्तमान स्थिति व भविष्य में निर्मित किए जाने वाले भवन के बारे में आवगत कराया। इसी

क्रम में डाॅ. सिंह और उनका दल जिला चिकित्सालय पहुंचा और ओ.पी.डी., आई.पी.डी., नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, ऑपरेशन थियेटर एवं आपातकालीन

चिकित्सा सेवाओं आदि की सेवा सुविधाओं का आंकलन किया। साथ ही उन्होंने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोविड केयर सेन्टर के रूप में उपयोग लाए जा रहे जी.एन.एम.

नर्सिंग सेन्टर सहित एम.पी.डब्ल्यू छात्रावास का अवलोकल किया। जिसमें मेडिकल काॅलेज के मानदण्डों में अनुरूप भवन एवं परिसर, कक्षों की संख्या और आकार, 

रहवास के लिए हाॅस्टल एवं मैस आदि की उन तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया, जो अनिवार्य सूची में संलग्न हैं।बढ़ते क्रम में उन्होंने मेडिकल काॅलेज

सुविधा विस्तार के मद्देनजर एवं आगामी प्रबंधन संबंधी आंकलन के दृष्टिगत बरौंडा बाजार स्थित लाइवली-वुड काॅलेज का निरीक्षण किया। जहां, विभागीय विस्तार

सहित आने वाले सत्रों में द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के अध्ययन से जुड़ी आवश्यकताओं को लेकर सम्भावनाओं की तलाश की गई। बताया जा रहा है

कि चिकित्सा शिक्षा संचालक द्वारा महासमुंद में बनने वाले बहुप्रतिष्ठित मेडिकल काॅलेज को यथाशीध्र शुरू करने के लिए उक्त निरीक्षण किया गया है।

जिसमें आवश्यक जानकारियों का संकलन कर आगामी योजना क्रियान्वयन पर जोर दिया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य सेवाओं को भी इस ओर निरंतर समन्वय एवं सहयोग बनाते हुए निर्देशानुसार कार्य संपादित किए जाने के लिए कहा गया है। ऐसे में, जिले में जल्द ही मेडिकल काॅलेज की पढ़ाई के साथ-साथ उच्च स्तरीय अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं के शुरू हो जाने के कयास भी तेज होते नज़र आ रहे हैं। निरीक्षण के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों में ए.डी.एम. नायक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मंडपे, डिप्टी कलेक्टर सुश्री बंसल, एस.डी.ओ. (पी.डब्ल्यू.डी.) चन्द्राकर एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला स्वास्थ्य सलाहकार संदीप चन्द्राकर सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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