खरसिया। नगर सहित पूरे अंचल में पान मसाला एवं गुटखे पर 30 से 50 प्रतिशत की वृद्धि आज एकाएक हो गई। ऐसा नहीं कि कंपनी ने दाम बढ़ा दिए हैं, दरअसल स्टाक ना होने का हवाला देकर 5 रूपए के पाउच 7 रुपए में बेचे जा रहे हैं। वहीं यह कालाबाजारी बेखौफ होकर की जा रही है।
जब पान की गुमटियों से यह जानना चाहा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। तो बताया गया कि 124 रुपए में मिलने वाला पैकेट अब 155 रूपए में हमें मिल रहा है, वह भी काफी दिक्कतों के साथ। 10 पैकेट मांगने पर बमुश्किल 4 पैकेट होलसेलर द्वारा दिए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में गुटखे, गुड़ाखू आदि पर भविष्य में पाबंदी का डर दिखाकर स्टॉकिस्ट एवं होलसेलर्स द्वारा स्टॉक जाम कर लिया गया है। वहीं जमकर ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है। हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा वाणिज्यिक सचिव को स्वास्थ्य का हवाला देकर पत्र लिखा था। जिसमें प्रतिबंध लगाने पर विचार करने के लिए कहा गया है। वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि इस नई व्यवस्था के तहत व्यसन के आदी हो चुके लोगों को अब गुटखा खरीदने पर भी शराब की बोतलों की तरह स्पेशल टैक्स देना होगा। प्रिंटेड रेट से अधिक पर बेचना गुनाह तो है, पर ना जाने क्यों बेखौफ होकर की जा रही इस कालाबाजारी पर संबंधित विभाग की नजर क्यों नहीं जा रही।