नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बस अब चार दिन शेष हैं। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 8 फरवरी को वोटिंग होनी है। प्रचार में सभी प्रमुख पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी फिर से सत्ता में वापसी का दावा कर रही है। बीजेपी और कांग्रेस के भी अपने-अपने दावे हैं। राजनीतिक दलों के दावे के बीच वोटिंग से चार दिन पहले टाइम्स नाऊ-IPSOS का पोल सामने आया है। वोटिंग के पहले जुटाए आंकड़ों के मुताबिक देखिए इस बार दिल्ली की गद्दी पर कौन होगा काबिज।
टाइम्स नाऊ-IPSOS के पोल के मुताबिक AAP दिल्ली में एख बार फिर कमाल कर सकती है। आम आदमी पार्टी को दिल्ली में 60 सीटें मिल सकती हैं। पोल में संभावना जताई गई है कि आम आदमी पार्टी 70 में से 54-60 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। जबकि भाजपा 10 से 14 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रह सकती है। कांग्रेस की बात करें तो इस पोल के मुताबिक, पार्टी को अधिकतम दो सीटें (0-2) मिल सकती हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को केवल 3 सीटों पर जीत मिल सकी थी जबकि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अपना खाता भई नहीं खोल पाई थी।
वोट शेयर की बात करें तो, IPSOS के इस पोल ने आम आदमी पार्टी को बीजेपी के 34% के मुकाबले 52% वोट शेयर दिया है। यानी आप बीजेपी पर 18 फीसदी वोटों की बढ़त बना सकती है। ये वोट शेयर 2015 के विधानसभा चुनावों में मामूली बदलाव दर्शाते हैं। इसके मुताबिक AAP को 2.5 प्रतिशत वोट का नुकसान होगा जबकि भाजपा को 1.7 प्रतिशत वोट का फायदा होने का अनुमान है।
टाइम्स नाऊ-IPSOS के पोल के मुताबिक वोट शेयर में पिछले बार की तुलना में कांग्रेस को नुकसान कांग्रेस हो सकता है । कांग्रेस के हिस्से में केवल 4 फीसदी वोट शेयर आ सकता है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले थे। इस लिहाज से पार्टी को करीब 5.7 फीसदी वोट का नुकसान हो सकता है। आज लोकसभा चुनाव हुए तो बदल जाएगा गठित सर्वे के मुताबिक, अगर आज लोकसभा चुनाव हों तो भाजपा का वोट शेयर 46 फीसदी रह सकता है जबकि आप का वोट शेयर 38 फीसदी रहेगा। अभी लोकसभा चुनाव होने की स्थिति में बीजेपी राजधानी में सभी सात सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।