(प्रदेश):- छिन्द की पत्तियों से बनी राखी से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार का जरिया मिल रहा है। समूह की महिलाएं ने राखी बना रही, बल्कि छिन्द की पत्तियों से अनेक आकर्षक सजावटी वस्तुएं भी तैयार कर रही है। जिला प्रशासन दंतेवाड़ा की पहल पर कलेक्टोरेट(collectorate) परिसर में समूह को बिक्री के लिए स्टॉल भी उपलब्ध कराया गया है।
कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा(Dantewada) द्वारा महिला समूहों के राखी बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है। इस केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नारायण साहू ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को रोजगार का जरिया उपलब्ध कराने के लिए हर्बल एवं ग्रीन राखी के साथ ही गुलदस्ते एवं अन्य सजावटी वस्तुएं बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
प्रशिक्षण(prashikshan) के दौरान महिला समूहों इन वस्तुओं के निर्माण के लिए छिन्द की पत्तियों सहित विभिन्न प्रकार की सामग्री उपलब्ध कराई गई है। डॉ. नारायण साहू ने बताया कि जिले में आयोजित होने वाले समारोह में अतिथियों के स्वागत के लिए समूह द्वारा तैयार किए गए गुलदस्ते एवं अन्य सजावटी वस्तुएं उपयोग में लायी जाती है। इससे समूह को लगातार आमदनी मिल रही है। जिला प्रशासन दंतेवाड़ा द्वारा महिला समूहों को आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिए लगातार प्रोत्साहन और मदद दी जा रही है।
(त्योहार का शुभ मुहूर्त समय)
प्रात: 08:28 तक भद्रा तिथि(Bhadra tithi) हैं। इसके बाद 08:30 से रात्रि 08:20 तक भाई बहनों अटूट स्नेह पर्व उल्लासपूर्वक पुण्य वातावरण में सम्पन्न होगा आज संस्कृति दिवस भी है शुक्ल यजुर्वेदीय पुराणों के पेणेता महर्षि वेद व्यास जी का सम्मान करते हुए हम सब भारतीय संस्कृति भाषा के विकास का संकल्प लेवे और परंपरा को आगे बढ़ावें। रक्षाबंधन(Rakshabandhan) भाई बहन के पवित्र रिश्ते का त्यौहार है , जो आदर और सम्मान देता है। आज के दिन भाई बहन दोनों सुख दु:ख में है।https://mns24news.com/तुरतुरिया-को-ईको-टुरिज्म/
इस बार रक्षाबंधन(Rakshabandhan) पर विशेष बात ये है कि पूर्णिमा के साथ-साथ ये सावन का आखिरी सोमवार होगा। इसके अलावा पूरे दिन ‘सर्वार्थ सिद्धि योग’ और आयुष्मान का शुभ संयोग रहेगा जिसके चलते रक्षाबंधन के दिन की शुभता बहुत बढ़ जायेगी। रक्षाबंधन(Raksha Bandhan) भाई बहन के प्रेम का पर्व है। इन दिन बहनें अपने भाई की दायें हाथ की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारते हुये अपने भाइयों की दीर्घायु सुख और समृद्धि(Samriddhi) की कामना करती हैं।