नक्सलियों में संक्रमण से मौत का तांडव

पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुंदरराज पी. द्वारा बताया गया कि माओवादियों द्वारा सिर्फ गिने-चुने सीनियर कैडर्स को कोरोना महामारी संक्रमण से बचाने की कोशिश की जा रही है

(बस्तर):- नक्सलियों में संक्रमण से मौत का तांडव जिला सुकमा एवं बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र में माओवादियों के डेरा में लगतार कोरोना महामारी संक्रमण बढ़ते जा रहा है। विगत 01 महिने से सीपीआई माओवादी माध्यम की कई कैडर कोरोना संक्रमित से मृत्यु होना तथा गंभीर रूप से बीमार होने के संबंध में पुलिस एवं सुरक्षाबल के पास विश्वसनीय सुत्रों के से लगातार जानकारी प्राप्त हो रही है

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माओवादी संगठन के नेतृत्व ने कोरोना संक्रमण के सही जानकारी देने है

पर कैडर्स द्वारा नक्सल छोड़कर वापस घर चले जाने की डर से

को है

स्वीकार न करते हुये लगातार क्षेत्र की जनता को एवं अधीनस्थ कैडर्स को दिग्भ्रमित करते आ रहे है

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बासागुड़ा-जगरगुण्डा-पामेड़ की अंदरूनी इलाकों में माओवादियों की डेरा में

कोरोना महामारी से संक्रमित होने के बाद ईलाज हेतु वारंगल जाते

हुये है दिनांक 01.6.2021है को तेलंगाना पुलिस नेमाओवादी सोबराय उर्फ गड्डम मधुकर

गिरफ्तार किया गया। जिला सुकमा एवं बीजापुर की हऐ है

सीमावर्ती इलाके में एक के बाद एक माओवादी कैडर कोरोना महामारी से संक्रमित होते जा रहे है।

दिनांक 27 मई 2021 को कोरोना महामारी सेहै है

संक्रमित DKSZC के सीनियर माओवादी कैडर गंगा उर्फ आयतु कोसा का है

कोरोना संक्रमण से ईलाज के दौरान तेलंगाना के खम्मम जिले में मृत्यु हो गई है।

तथा स्थानीय निचले स्तर के कैडर्स को कोरोना संक्रमण के संबंध में झूठा जानकारी दिया जाकर उनके जान को जोखिम में डाला जा रहा है। जनता को रैली, जुलूस, मीटिंग इत्यादि में है बलपूर्वक भेजकर ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। माओवादियों की इस प्रकार की दोहरा मापदण्ड का निंदा करते हुये पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा क्षेत्रवासियों से माओवादी गतिविधियों से दूर रहने की अपील की गई है।

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