आपदा प्रबंध विभाग द्वारा मानसून के दौरान बाढ़ इत्यादि से सुरक्षा हेतु

(राजधानी):- छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जन सामान्य के लिए इस मानसून के दौरान अत्याधिक वर्षा के दौरान बाढ़ इत्यादि से सुरक्षा हेतु आवश्यक उपाय एवं सुझाव दिए गए हैं। बाढ़ की स्थिति में जन सामान्य को बचाव और सुरक्षा उपायों के जरिये बाढ़ की स्थिति में जान-माल की सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य और सेहत की देखभाल कर सकेंगे।

आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी निर्देशों के तहत जन सामान्य अपने शहर या गांव में बाढ़ की संभावना और विगत वर्ष में बाढ़ के सबसे उच्च स्तरों को जानें। अपनी बहुमूल्य वस्तुओं और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सुरक्षा करने की योजना बनाएं। प्राथमिक स्वास्थ्य तथा सहायता केन्द्र स्थलों की जानकारी रखें। आपातकालीन किट तैयार करें, जिसमें सूखा खाद्य पदार्थ, पेयजल, आवश्यक दवाएं, रेडियों, टॉर्च, जरूरी कागजात, आपात दूरभाष नम्बर सूची, मोमबत्ती, माचिस, रस्सी आदि शामिल हों तथा इन्हें उपयोग हेतु चालू हालत में रखें।

बाढ़ की संभावना को देखते हुए पालतु जानवरों को पहले से ही सुरक्षित तथा ऊंचे स्थानों पर भेज दें या जल स्तरबढ़ रहा हो, तो उन्हें खुला छोड़ दें। स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा बाढ़ की चेतावनी मिलने पर उसका पालन करें, अपने पड़ोसियों को सूचित करें तथा सुरक्षित, ऊंचे स्थानों पर चलें जाएं यदि स्थान छोड़ रहे हैं, तो अपने साथ आपाकालीन किट जरूर ले जाएं। घर छोड़ने से पहले बिजली का मुख्य स्विच, गैस और पानी के नलों को बंद कर दें एवं मित्रों व रिश्तेदारों को अपने प्रस्थान की जानकारी दें।

पुलिस (police officer) और दमकल अधिकारियों के अनुदेशों का पालन करें व उन्हें सहयोग दें, आपकी सुरक्षा उनाका ध्येय है। उबाला हुआ या क्लोरीन की टेबलेट से साफ किया हुआ पानी पियें। सांप, विषधर प्राणियों से बचकर रहें, प्रायः बाढ़ के समय सांप के काटने की घटनाएं होती है। नवीनतम जानकारी हेतु स्थानीय मौसम और समाचार रिपोर्टों को सुनें। अपने आसपास वातावरण को साफ एवं सवच्छ रखें।

इसी प्रकार बाढ़ का पानी न पियें और न ही उससे भोजन पकाएं। बाढ़ के पानी के सम्पर्क में आया हुआ खाद्य पदार्थ न खायें न ही बाढ़ में मौजूद मछली और जलीय जीवों को न खायें। बाढ़-ग्रस्त क्षेत्र में न जाएं तथा गाड़ी चलाने से बचें। मदद के बिना बाढ़ के पानी में न जाएं, बच्चों को बाढ़ के पानी के पास खेलने ना दें। उन बिजली उपकरणों का प्रयोग न करें, जो बाढ़ के पानी में भीगे हों। जन प्राधिकणों द्वारा सुरक्षित घोषित किए जाने तक अपने घर वापस न आएं। अफवाहें न फैलायें और न ही उन पर ध्यान दें।

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