(Historic day for India at Paris Olympics विदेश) :- पेरिस ओलंपिक्स में आज भारतीय खेल प्रेमियों के लिए दोहरी खुशी का दिन रहा। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है। यह जीत भारतीय हॉकी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो टीम की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है। पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया और अपने आक्रामक रुख से स्पेनिश टीम को दबाव में रखा। हॉकी के अलावा, भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने भी एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर का भाला फेंककर सिल्वर मेडल जीता। यह थ्रो
नीरज के लिए निर्णायक साबित हुआ, क्योंकि उनके बाद के तीनों प्रयास फाउल रहे।
हालांकि, नीरज का यह प्रदर्शन उनकी क्षमता और खेल में निरंतरता को दर्शाता है।
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सिल्वर मेडल जीतने के साथ, नीरज ने एक बार फिर अपने देश का नाम रोशन किया है और
यह साबित किया है कि वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ जैवलिन थ्रोअर्स में से एक हैं। फाइनल में पहले
तीन प्रयासों के बाद आखिरी चार स्थान पर रहने वाले एथलीट बाहर हो गए हैं अब फाइनल में
केवल 8 एथलीट बचे हैं नीरज चोपड़ा 89.45 मीटर दूरी के साथ
सिल्वर मेडल पोजीशन पर हैं पहले नंबर पर पाकिस्तान के अरशद नदीम हैं जिन्होंने 92.97 मीटर दूर भाला फेंक कर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया है नीरज चोपड़ा के इस प्रदर्शन ने पूरे देश में उत्साह और गर्व का माहौल पैदा किया है। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसक और देशवासी उन्हें बधाई संदेश भेज रहे हैं। नीरज ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय एथलेटिक्स को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उनके इस मेडल ने न केवल भारतीय खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ा है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित किया है। पेरिस ओलंपिक्स में आज का दिन भारत के लिए गौरवशाली रहा है, और इस उपलब्धि से भारतीय खेल प्रेमियों को और भी प्रेरणा मिली है।