भाजपा को साधु संतो के नाम पर आपत्ति पूर्व संसदीय सचिव : विनोद चंद्राकर

पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने कहा कि आत्मानंद स्कूलों के 28 बच्चे टॉप टेन सूची में

(जिला मुख्यालय) :- भाजपा को साधु संतो के नाम पर आपत्ति पूर्व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर महासमुंद पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने कहा कि भाजपा को छत्तीसगढ़ की अस्मिता व छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देने वाले शिक्षाविदों तथा साधु संतो के नाम पर भी आपत्ति होने लगी है। इसलिए महान समाज सेवक व संत स्वामी आत्मानंद के नाम पर रखे गए स्कूलों का नाम पीएम श्री करना चाहती है। उन्होंने कहा है कि आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल व कॉलेज जहां पर हर वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च स्तरीय नि:शुल्क शिक्षा का प्रावधान पूर्ववर्ती कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है, उसका नाम बदलने की कवायद मौजूदा भाजपा की सरकार कर रही है। चंद्राकर ने कहा कि, स्वामी आत्मानंद की जीवनी में लिखा है कि वे आईएएस (तत्कालीन आईसीएस) के लिए चयनित हुए थे, पर जनसेवा के लिए उन्होंने सन्यास का

रास्ता चुना। उनके ज्ञान की वजह से दुनिया भर में उन्हें प्रवचन देने के लिए

केंद्र में कांग्रेस सरकार बनते ही लागू होगी युवा न्याय योजना : विनोद चंद्राकर

बुलाया जाता था। छत्तीसगढ़ में हमेशा उन्हें गौरव के रूप से देखा जाता रहा है।

इसीलिए जब वंचित वर्ग के बच्चों के लिए कांग्रेस की सरकार ने अंग्रेज़ी माध्यम के

स्कूल खोलने का निर्णय लिया तो योजना को स्वामी आत्मानंद जी के नाम पर रखने का

फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि, अगर भाजपा की सरकार सिर्फ इसलिए स्वामी आत्मानंद

योजना का नाम बदलना चाहती है क्योंकि, यह कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरु हुई योजना है,

तो यह एक आध्यात्मिक विद्वान व्यक्तित्व के बारे में भाजपा के नेताओं की सोच को दर्शाता है

चंद्राकर ने कहा कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना 1 नवंबर 2020 को शुरू की गई थी।

इस योजना का उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के प्रतिभाशाली छात्रों को समान अवसर प्रदान करना है। वर्तमान में 750 से ज्यादा स्कूल शुरू किए गए हैं जिनमें पुस्तकालय, अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशाला जैसे अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों की एक उच्च प्रशिक्षित टीम है। इन सुविधाओं के साथ गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान किया जा रहा है। इसी के परिणाम स्वरूप आज 10वीं तथा 12 वीं बोर्ड में 28 बच्चों ने टॉप किया है। 12वीं में 7 बच्चे टॉप 10 में,  जबकि 10वीं में 21 बच्चे टॉप 10 में स्वामी आत्मानंद स्कूलों से हैं। यानी कुल 79 टॉपर्स में से 28 बच्चे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों से हैं।

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