कोरोना संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश

कोरोना की गंभीर स्थिति से बचने का सबसे अच्छा उपाय वैक्सीनेशन - कलेक्टर होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर करें कार्रवाई साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक संपन्न

(राजनांदगांव):-कोरोना संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर कोरोना संक्रमण सुरक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना जरूरी । कोरोना से सुरक्षा के लिए जारी दिशा-निर्देशों एवं प्रोटोकॉल का सभी स्तरों में पालन होना चाहिए।

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शासन के निर्देशानुसार सीमावर्ती क्षेत्र को सील किया गया । अन्य राज्य से आने वाले सभी

यात्रियों का निगेटिव रिपोर्ट एवं सैम्पलिंग लिया जा रहा। इन यात्रियों की जानकारी पंजी में

संधारित करें। जिससे प्रतिदिन आने वाले लोगों की संख्या की जानकारी मिल सके। उन्होंने

कोविड-19 18 44 वर्ष आयु के वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुए कहा कि वैक्सीन लगाने

वालों की संख्या लगातार वृद्धि होना चाहिए। नागरिकों को यह समझाईश दें कि स्वास्थ्य विभाग,

मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वैक्सीन लगाएं, वे सुरक्षित होकर लगातार कार्य कर रहे हैं।

कलेक्टर वर्मा ने कहा कि गांवों में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन, आंगनबाड़ी

कार्यकर्ता घर-घर जाकर वैक्सीनेशन बारे में लोगों को जागरूक करें। जिन स्थानों पर वैक्सीनेशन

किया जा रहा है इसकी सूचना पहले दी जाए। साथ सभी सामुदायिक केन्द्रों में वैक्सीनेशन का

कार्य किया जा रहा है। 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्ति जिन्होंने टीका का पहला डोज लगाया है

उन्हें भी दूसरे डोज के लिए प्रेरित करें। कोरोना की गंभीर स्थिति से बचने का सबसे अच्छा उपाय वैक्सीनेशन है। जिन लोगों को वैक्सीन लगाया जा रहा है उनसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन लगातार संपर्क कर स्वास्थ्य की जानकारी लें। सर्दी, खांसी, बुखार लक्षण वाले मरीज, गर्भवती माताओं को वैक्सीन नहीं लगाना है। कुछ व्यक्तियों द्वारा टीकाकरण का दुष्प्रचार किया जा रहा है तथा इसके प्रति भ्रांति फैलाई जा रही हैं, उनपर एफआईआर की कार्रवाई होनी चाहिए।

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