(प्रदेश):- राज्य में संचालित नरवा विकास योजना मुख्यमंत्री की विशेष पहल पर छत्तीसगढ़ राज्य में भू-जल संरक्षण और संवर्धन लिए संचालित नरवा (नाला) विकास योजना के जरिए राज्य नदी-नालों और जल स्त्रोतों पुनर्जीवित किया जा रहा है। नरवा विकास के माध्यम से वर्षा जल को सहेजने के लिए तेजी नालों का उपचार कराया जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ राज्य में सुराजी गांव योजना के प्रमुख घटक नरवा (नाला) के तहत अब तक 1310
नालों में वर्षा जल को रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के 71 हजार 831 स्ट्रक्चर बनाए जाने
मंजूरी दी गई है, जिसमें से 51 हजार 742 स्ट्रक्चर का निर्माण चुका अभी 9 हजार 685
स्ट्रक्चर निर्माणाधीन है। लगभग दो सालों से छत्तीसगढ़ राज्य में भू-जल संरक्षण एवं संवर्धन
दिशा में किए जा रहे कार्याें का सकारात्मक परिणाम भी अब दिखाई देने लगा
छत्तीसगढ़ राज्य में पानी को रोकने की इस मुहिम को केन्द्र सरकार ने सिर्फ सराहा बल्कि
सूरजपुर और बिलासपुर जिले को नेशनल वाटर अवार्ड से सम्मानित भी किया है। यह नेशनल वाटर
अवार्ड बिलासपुर जिले को नदी-नालों के पुनरूद्धार के लिए और सूरजपुर जिले को जल संरक्षण के
उल्लेखनीय कार्याें के लिए भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की ओर से दिया गया।छत्तीसगढ़
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राज्य के जिन-जिन क्षेत्रों में नरवा उपचार के काम हुए हैं, वहां भू-जल स्तर में आशातीत वृद्धि हुई है। नालों में जल भराव होने से किसान अब बेहतर तरीके से फसलोत्पादन के साथ-साथ साग-सब्जी की भी खेती करने लगे हैं। नालों के पानी को लिफ्ट करने से किसानों को सिंचाई की भी सुविधा मिली है। छत्तीसगढ़ सरकार सुराजी गांव योजना के माध्यम से ग्रामीण संस्कृति, परंपरा और प्राकृतिक संसाधनों को सहेज कर सशक्त, खुशहाल और समृद्ध गांव गढ़ रही है।