(महासमुंद न्यूज़ की ओर से 2020 का ब्योरा पाठको के लिये):- कोरोना समेत कितनी प्राकृतिक आपदाओं ने कितना कहर ढाया? इस साल को त्रासदियों के वर्ष के रूप में याद रखा जाएगा लेकिन, क्या आपको याद है कि कोरोना के अलावा और कितनी बड़ी आपदाएं झेली गईं? 2020,दुनिया भर में ? देखिए कैसे आसमान से बरसी मुसीबत, तो कभी संकट की लपटें उठीं, कभी धरती चीरकर आपदा आई तो आबोहवा ही आफत हो गई जंगल की आग ऑस्ट्रेलिया ने जनवरी में पर्यावरण के लिए खतरा बनी आग की त्रासदी झेली ‘ब्लैक समर’ के नाम से चर्चा में रही इस आग में 3 करोड़ एकड़ का जंगल खाक हुआ, 33 लोग और करीब 1 अरब जानवर मारे जाने के आंकड़े सामने आए 24 दिसंबर तक साल भर के आंकड़ों के मुताबिक कैलिफोर्निया में इस साल जंगलों की आग से करीब 43 लाख 60,000 एकड़ का जंगल राख हो गया ‘धरती के फेफड़े’ एमेज़ॉन के रेनफॉरेस्ट में सितंबर में 32 हज़ार से ज़्यादा हॉटस्पॉट रिकॉर्ड हुएइस साल की आग पिछले साल से ज़्यादा खतरनाक रही और अनछुए इलाकों तक फैली इन घटनाओं के बीच भारत के उत्तराखंड में 51.34 हेक्टेयर जंगल जलाने वाली आग की खबर दब गई भूकंपों से तबाही मार्च के महीने में क्रोएशिया की राजधानी ज़ाग्रेब में भूकंप से कई इमारतें ढह गई थीं
जिससे 6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ जून में मेक्सिको में 7.4 तीव्रता के भूकंप ने कहर ढाया, जिसमें मारे तो 10 लोग गए लेकिन भवन काफी क्षतिग्रस्त होने से हज़ारों लोग सड़कों पर आ गए. अक्टूबर में तुर्की के इज़मीर में भारी भूकंप से 116 लोग मारे गए और 1000 से ज़्यादा घायल हुए 2020 विदा होने में दो ही दिन बाकी थे, कि क्रोएशिया में एक और भूकंप ने पेट्रिंज शहर में तबाही मचाई चीन, ईरान, भारत और रूस में भी भूकंप के झटकों की खबरें बनी रहीं तूफान साल 1999 के बाद से बंगाल की खाड़ी में दूसरा सबसे बड़ा तूफान अम्फान रहा,
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जिसने मई के महीने में पश्चिम बंगाल में तबाही मचाई इस तूफान से 86 लोग बंगाल में मारे गए जान के साथ माल का काफी नुकसान हुआ. बिजली कटी, लोग बेघर हुए, ट्रांसपोर्ट प्रभावित रहा उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली ज़िलों में तूफान से नुकसान हुआ वहीं, ओडिशा में करीब 45 लाख लोग इस चक्रवात से प्रभावित हुए दूसरी ओर, नवंबर में फिलीपींस में वामको तूफान ने पिछले चार दशकों में सबसे ज़्यादा तबाही मचाई कागयान वैली और कई उत्तरी इलाके लगभग डूब गए टिड्डी हमला
रेगिस्तानी टिड्डी दलों ने भारत में जून और जुलाई में हमला किया. राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत 10 राज्यों में टिड्डियों ने भारी तबाही मचाई खासकर राजस्थान में ऐतिहासिक रूप से टिड्डियों ने फसलें तबाह कीं सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अफ्रीका के एक दर्जन से ज़्यादा देशों सहित पाकिस्तान और नेपाल जैसे देश भी टिड्डी हमलों से जूझते रहे केन्या में 70 और भारत, इथोपिया व सोमालिया में 25 सालों में यह सबसे बड़ा संकट रहा वर्ल्ड बैंक के अनुमान की मानें तो
सिर्फ अफ्रीका में ही इस आपदा से 9 करोड़ हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित रही और आगामी सालों में 9 अरब डॉलर तक का नुकसान टिड्डियों के कारण हो सकता है बाढ़ जुलाई में भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में करीब 20 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए और 105 मारे गए 42 हज़ार से ज़्यादा विस्थापित लोगों को 236 राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया काज़ीरंगा नेशनल
पार्क में 137 से ज़्यादा जानवर बाढ़ से मारे गए इसके बाद सितंबर में भी असम की बाढ़ में 34 हज़ार लोग प्रभावित हुए वहीं, जुलाई में ही जापान में भारी बारिश से बने बाढ़ के हालात में 77 मौतें हुईं, 15 हज़ार से ज़्यादा मकान ढहे, 11 पुल क्षतिग्रस्त हुए और 13 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा इस साल की शुरूआत में बाढ़ से इंडोनेशिया में करीब 4 लाख लोग विस्थापित हुए वायरस आखिरकार इस साल की शुरूआत से आखिर तक जारी रहने वाली महामारी 2020 की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा साबित हुई कोविड 19 ने दुनिया भर में करीब 18 लाख जानें लीं और 8.2 करोड़ लोगों को चपेट में लिया स्टैटिस्टा की मानें तो 2020 में ग्लोबल जीडीपी को कोरोना के कारण बेस्ट केस में 76.7 अरब डॉलर का नुकसान होना है खराब केस में करीब 347 अरब डॉलर तक का नुकसान होना भी ताज्जुब की बात नहीं होगी इनके अलावा, अंटार्कटिका में ग्रीन स्नो और फिलीपींस में ज्वालामुखी धधकने के खतरे भी बने रहे