बिरकोनी। बिरकोनी अंचल में फरवरी माह के प्रारंभ से शीत ऋतु के समापन और वसंत ऋतु के आगमन होते ही मौसम में एक बार फिर बदलाव आ गया है। बदली और सर्द हवा से अंचलवासी ठिठुर गए।
मौसम अनुकूल हो गया है। जहां एक ओर गर्मी की वजह से ठंड के जैकेट, स्वेटर पेटियों में बंद हो गए थे वह पुनः निकाले गए हैं। मौसम के अचानक से बदलाव को लेकर क्षेत्र में आमजनों की दिनचर्या बदल गई है। सूत्रों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के असर से एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदल गया है।सोमवार सुबह से ही आसपास क्षेत्र सहित अंचल में बादल छाए रहे,और 11 बजे से शाम तक बूंदाबांदी होती रही। मौसम विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कल पश्चिमी विक्षोम उत्तर एक चक्रवाती संचरण के रूप में था। उत्तरी पाकिस्तान के निकटवर्ती जम्मू और कश्मीर में 5.8 और 7.6 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। वहीं दूसरी ओर एक चक्रवात घेरा बना हुआ है जो कि दक्षिणी महाराष्ट्र इसके आसपास के इलाकों के साथ ही उत्तरी अंदरूनी कर्नाटका के ऊपर समुद्र सतह से करीब 0.9 किमी की ऊंचाई पर बना हुआ है। इसके चलते जिले में अधिकांश स्थानों पर मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल गया है। बताया जाता है मौसम के मिजाज में आए बदलाव के बीच आज भी कई स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना बनी हुई है।सोमवार सुबह से छाए बादल से लोगों की दिनचर्या ही बदल कर रख दी है।
ठंड से राहत पाने जगह-जगह आज अलाव जलाकर तापते नजर आए। गर्म कपड़े, स्वेटर और दिनभर लोगों के शरीर से नहीं निकला।लगातार पांच दिन से मौसम खराब रहा।एक फरवरी को कुछ समय के लिए आसमान में धूप खिलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। दूसरे दिन सुबह से बादल वाला मौसम बना रहा। वातावरण में सर्द हवाएं चलती रही। खराब मौसम के कारण ठंड और ठिठुरन अचानक बढ़ने से लोगों को परेशानी हुई। गर्म कपड़े, स्वेटर पहनकर लोग सुबह घरों से बाहर निकले। वही ग्रामीण क्षेत्रों में त्रियदिवसिय चुनाव के कारण सोमवार को छुट्टी थी,जिससे ठंड पड़ने के कारण स्कूली बच्चों को कोई परेशानी नही हुई।सुबह स्कूल होने के कारण अधकि ठंड के चलते बच्चों को तैयार करने में पालकों को मशक्कत करनी पड़ी। बच्चे ठंड से राहत पाने स्वेटर पहनकर स्कूल पहुंचे। दोपहर में मौसम और ज्यादा खराब होने से ठंड बढ़ गई थी। ग्रामीण अंचल में लोग अलाव जलाकर आग सेकते नजर आए। सुबह से शाम तक मौसम में बदलाव नहीं हुआ, ऐसे में लोगों के शरीर से गर्म कपड़ा, स्वेटर दिनभर नहीं उतरे। रात में ठंड और बढ़ गई।प्रथम सप्ताह में शीत ऋतु के अंतिम सप्ताह और वसंत ऋतु के आगमन होने के साथ मौसम में परिवर्तन आ गया था।
क्षेत्र में बदली मौसम और रुक रुक के बारिश से गेहूं रबि फसल को हो रहा नुकसान बोआई के बाद ग्रोत नही हो पा रहा है।दलहन,तिलहन में भी उत्पादन में कमी के असर दिख रहा है।जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।वही रबि फसल में किसान किट के प्रकोप् बता रहा है लेकिन बदली और बारिश में दवाई का असर नही पड़ रहा है,अधिक शीत और तापमान कम होने से पौधों को गलने की आशंका है।
कई किसानों के धान बिक्री नही हो पाए है उनके लिए बदली बारिश बड़ी चुनोती है,लगातार बेमौसम बारिश से किसान आपने धान के जतन के बाद भी अंकुरित से बचने के लिए समान कर रहा है,मौसम खराब बारिश के कारण किसान अपने धान को आँगन में ढक के रखे है,वही धान खरीदी एक सप्ताह शेष है,कई किसान धुप निकलने का इंतिजार कर रहे है धान सुखाने के लिए,किसान अपने धान को बचाने में लगे हुऐ है।
अछरीडीह के किसानों ने बताया कि वही सब्जी भाजी के फसल में बदली मौसम से भाजी के फसल का पौधा पूरा नुकसान होते जा रहे है,प्याज भाजी,गोभी भाजी,बंधी भाजी,पालक मेथी की मांग इस मौसम में बढ़ जाती है लेकिन मौसम के कारण इनका ग्रोत नही बढ़ रहा है,बदली के कारण फलदार सब्जी में किट प्रकोप् रोकने के लिए इस्पेयर द्वारा दवाई के छिड़काव किया जा रहा है।