(जिला मुख्यालय):- जिला कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम बन गया है। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ रवि मित्तल के अनुभवी निर्देशन और मार्गदर्शन में तैयार किए गए जिला चिकित्सालय के कोविड और नाॅन कोविड सेक्शन सहित जीएनएम नर्सिंग सेंटर को बतौर कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने का काम निर्धारित समय-सीमा में पूरा कर लिया गया है।
मरीज के उपचार प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक मशीनरी सहित अनुभवी चिकित्सकीय दल को प्रशिक्षित करने के बाद उनकी चार्ट अनुसार ड्यूटी लगा कर चौबीसों घंटे की तैनाती भी की जा रही है। नवीन स्वास्थ्य सुविधाओं के मिलने से अब, जिले के पीड़ित मरीजों को उपचार के लिए राजधानी भेजे जाने की बाध्यता नहीं है। इस अस्पताल को तैयार करने में सारे विभागों का योगदान मिला
(कोविड केयर सेंटर की विशेषताओं पर एक नजर)
बिना लक्षण वाले कोविड पाॅजिटिव प्रकरणों के लिए नदियों के नाम वाले 20 कमरों में 240 बिस्तर हुए तैयार, पृथक रूप से बनाए गए 52 कक्षों में ही रहगा कोविड-19 का चिकित्सकीय दल, चौबीसों घंटे रहेगी उपलब्धता, निगरानी सीसीटीवी कैमरे कंट्रोल यूूनिट से जुड़े हैं। टू वे माइकिंग सिस्टम से मरीज भी लगा सकेगे पुकार
कोविड सेक्शन के 28 बिस्तरों में होगा कोविड के लक्षण वाले पाॅजिटिव मरीजों का पूर्ण उपचार, 3-3 के सेट में तैयार आईसीयू के हरेक बिस्तर में जोड़े जा चुके हैं सेंट्रल ऑक्सीजन और वैक्यूम सक्शन, जिला चिकित्सालय के भवन में पार्टीशन कर तैयार हुए डाॅनिंग और डाॅफिंग के लिए सुरक्षित दो-दोे पृथक कक्ष।नाॅन-कोविड सेक्शन के मरीजों एवं स्वाथ्यकर्मचारियों के लिए पृथक रूप से बनाया गया है